(बीएम राठौर).
Kanwas News/सांगोद. यूनानी चिकित्सा पद्धति के महान चिकित्सक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हकीम अजमल खान की जयंती पर जयपुर के हॉटल रिजेंटा इन में वर्ल्ड यूनानी डे मनाया गया। हकीम अजमल खान का जन्म 12 फरवरी 1868 को हुआ था और वे भारतीय चिकित्सा जगत में एक प्रतिष्ठित नाम रहे।समारोह की अध्यक्षता करते हुए जेएलएन ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस राजस्थान के संस्थापक निदेशक डॉ. आजम बैग ने हकीम अजमल खान के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए उन्हें शिक्षा,स्वास्थ्य ,समाज सेवा, स्वतंत्रता सेनानी और महान राजनीतिज्ञ बताते हुए लगभग 120 वर्ष पूर्व उनके द्वारा ब्रिटिश शासन होते हुए भी चिकित्सा जगत में उनके द्वारा किए गए कार्यों को प्रासंगिक बताते हुए केंद्र सरकार से मांग की। भारत में यूनानी चिकित्सा पद्धति पर आधारित एम्स की तरज पर ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ इंडियन युनानी मेडिसिन की स्थापना की जाए और मसीहुलमुल्क हकीम अजमल खान को भारत रत्न दिया जाए जिस पर सभी श्रोताओं ने जोरदार तालियो की गड़गड़ाहट से समर्थन करते हुए आयोजकों से इस मांग को केंद्र तक पहुंचने का आग्रह किया। इस मौके पर ज़ाकिर गुडेज डॉ.खान जलाल याक़ूब,निदेशक यूनानी विभाग राजस्थान सरकार डॉ मनमोहन खींची, डॉ मुनव्वर चौधरी,डॉ मकबूल अहमद,डॉ फरहत चौधरी,डॉ शौक़त अली, डॉ. हरनाथ सिंह गोरा, डॉ.मोहम्मद अकमल,डॉक्टर चिश्ती, डॉ अता, आदि सभी ने अपने वक्तव्य में कहा कि हकीम अजमल खान ने यूनानी चिकित्सा को आधुनिक रूप देने में अहम भूमिका निभाई थी। उनके योगदान को याद करते हुए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें चिकित्सा शिविर, संगोष्ठी और यूनानी चिकित्सा पद्धति के प्रचार-प्रसार पर चर्चा शामिल रही। यूनानी चिकित्सा प्रणाली को बढ़ावा देने और इसके महत्व को उजागर करने के लिए वर्ल्ड यूनानी डे पर देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। चिकित्सा विशेषज्ञों ने कहा कि पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को संरक्षित और विकसित करने की जरूरत है ताकि आने वाली पीढ़ियां भी इसका लाभ उठा सकें। डॉ.आफताब हुसैन नक़वी ने मंच का संचालन किया। डॉक्टर फरहत चौधरी संयोजक एवं अध्यक्ष राजपूताना युनानी मेडिकल कॉलेज ओल्ड बॉयज एसोसिएशन राजस्थान।