Kanwas News/कोटा. संचालित स्टॉप डायरिया अभियान को लेकर चिकित्सा विभाग सतर्क है,बीसीएमओ डॉ राजेश सामर घर घर जाकर ओआरएस जिंक टैबलेट का वितरण कर रहे हैं। वहीं 1 से 5 वर्ष के बच्चो पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश जारी किए गए है। बीसीएमओ डॉ राजेश सामर ने क्षेत्र में स्टॉप डायरिया कंट्रोल प्रोग्राम को लेकर घर घर जाकर वितरित किए जा रहे है। वहीं ओरआरएस पैकेट व जिंक की टैबलेट वितरण की व्यवस्था जांची। वहीं बीएसएमओ डॉ.सामर ने कहा की सभी चिकित्सा कार्मिक माइक्रो प्लानिंग और पूर्ण समन्वय से अभियान को सफल बनाएं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग कोटा के सीएमएचओ डॉ जगदीश सोनी ने कहा कि देश में 5 साल तक के करीब 5.8 प्रतिशत बच्चों की मौत का कारण डायरिया है।हमारा लक्ष्य है कि डायरिया से होने वाली मौतें आने वाले समय में शून्य हों। इस उद्देश्य से भारत सरकार के निर्देशानुसार प्रदेश में भी डायरिया पर प्रभावी रोकथाम के लिए एक जुलाई से 31 अगस्त तक स्टॉप डायरिया अभियान चलाया जा रहा है। इस में सभी चिकित्सा संस्थानों के द्वारा संबंधित विभाग माइक्रो प्लानिंग एवं पूर्ण समन्वय के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे है । बीसीएमओ सुल्तानपुर डॉ राजेश सामर ने बताया कि डायरिया नियंत्रण में राजस्थान की स्थिति राष्ट्रीय औसत एवं अन्य राज्यों से बेहतर है, लेकिन अभी भी प्रदेश में हर बहुत से बच्चों की मृत्यु डायरिया से होना चिंताजनक है। आगामी दो माह मौसमी एवं जलजनित बीमारियों की दृष्टि से चुनौतीपूर्ण हैं। इसे देखते हुए संबंधित सभी विभाग समग्र एवं समन्वित रूप से तैयारियां के साथ इसकी रोकथाम सुनिश्चित करने में लगे गए है। हमारा यही लक्ष्य है कि प्रदेश में एक भी बच्चे की मौत डायरिया से नहीं हो।
बीसीएमओ डॉ सामर ने कहा की संवेदनशील वर्गों एवं क्षेत्रों पर रहे विशेष फोकस—
डायरिया से अधिकांश मौतें आर्थिक एवं सामाजिक रूप से कमजोर वर्गों, कच्ची बस्ती, पिछडे़ क्षेत्रों, बाढ़ आदि इलाकों में सामने आती हैं। ब्लॉक सुल्तानपुर के ऐसे संवेदनशील वर्गों एवं क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां विशेष फोकस के साथ डायरिया रोकथाम गतिविधियों का संचालन के लिए स्कूलों में भी बच्चों को डायरिया से बचाव को लेकर जागरूक किया जाए। विद्यालयों में डायरिया के प्रति जागरूकता के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाए।
अधिकाधिक जनसहभागिता सुनिश्चित करें—
एसडीएम दीगोद शत्रुघ्न सिंह गुर्जर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समितियों का भी स्टॉप डायरिया अभियान में सहयोग लिया किया जाए। साथ ही, एनजीओ, स्वयं सहायता समूहों, सोशल एक्टिविस्ट सहित अधिकाधिक जनसहभागिता बढ़ाते हुए इस अभियान को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि जलदाय विभाग मानसून के दौरान पाइपलाइनों में लीकेज के कारण दूषित जल की समस्या का यथासम्भव समाधान करें। ऐसे जल स्रोत जिनका पानी दूषित होने की आशंका रहती है, वहां से जल का उपयोग नहीं किए जाने के उपाय सुनिश्चित करें। साथ ही, पेयजल के नमूने लेकर नियमित रूप से जांच की जाए।
ओआरएस एवं जिंक टेबलेट की रखें पर्याप्त उपलब्धता—
एसडीएम शत्रुगन सिंह ने ब्लॉक के सभी चिकित्सा संस्थानों में ओआरएस एवं जिंक टेबलेट की समुचित व्यवस्था रखे जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आशा एवं एनएनएम के माध्यम से घर-घर तक इनका वितरण करवाया जा रहा है उनकी रेगुलर मॉनिटरिंग की जाए । साथ ही चिकित्सा संस्थानों में डायरिया के उपचार के लिए माकूल प्रबंध हो। आमजन में डायरिया से बचाव को लेकर व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, सभी भागीदार विभागों एवं संस्थाओं का भी इस अभियान में सहभागिता निभाए ।आज बीसीएमओ ने कंवरपुरा एरिया में निरीक्षण किया इस दौरान बीपीएम राजेश चोकनीवाल भी साथ थे।