Kanwas News/कनवास. उपखंड क्षेत्र में झालरी गांव में चल रही सात दिवसीय शिव महापुराण कथा के पांचवे दिवस को गांव में शिव बारात निकाली। आयोजनकर्ता कुंजबिहारी सुमन ने बताया कि कथावाचक बालसंत योगराज योगी ने भक्तों का शिव विवाह कराया व शिव विवाह का महत्व बताते हुए कहा कि देवों में श्रेष्ठ महादेव के विवाह में संसार के समस्त देवी देवताओं ने आशिर्वाद दिया,शिवजी तो क्षमा के सागर हैं, भगवान शिव की महिमा अपरंपार है, शिव महापुराण की महिमा है जो एक बार शिव महापुराण सुन लेता है उसे यम लोक की यत्नौ से मुक्ति मिल जाती है। कथा के दौरान “लाडो चढ़ आयो घोड़ी प” भजन पर श्रद्धालु झूमकर नृत्य करने लगे। शिव विवाह से पूर्व भगवान शिव की बारात में भस्म रमाये हुए भूत प्रेत व पिशाचों की सेना शामिल रही तथा दूल्हे के वेश में भगवान शिव की अद्भुत शोभा नजर आई। जिसमें डमरू की ढम-ढम, शंखो की मंगल ध्वनि व ढोल ताशों से पंडाल का माहौल शिवमय हो गया। श्रद्धालुओं द्वारा हर हर महादेव के जयघोष लगाए गए। भूतों की टोली के साथ भगवान भोलेनाथ गौरा मैया को ब्याहने रचने हेतु शिव बारात गांव में निकाली गई। शिव भारत का जगह जगह ग्रामीणों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। कथा में कोटा जिला प्रमुख मुकेश मेघवाल का आयोजनकर्ता कुंजबिहारी सुमन द्वारा माला, साफा बंधाकर एवं शॉल ओढ़ाकर स्वागत सम्मान किया गया। कथा के समापन पर व्यासपीठ की आरती जिला प्रमुख मेघवाल द्वारा की गई। कथा प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक आयोजित होती है।