Kanwas News/कनवास. कस्बे में संचालित मां दुर्गा कंप्यूटर एवं वेदांश स्टडी सेंटर के विद्यार्थियों ने वार्षिक शैक्षणिक भ्रमण के तहत राजस्थान में करीब 22 जगहों का निरीक्षण किया। लाखन सिंह व हरीश शर्मा ने बताया की वार्षिक भ्रमण के तहत विद्यार्थी बस द्वारा 9 अगस्त को कस्बे से शाम को रवाना हुए थे, इस दौरान कहीं धार्मिक स्थलों व प्राचीन जगहों पर भ्रमण कर पुराने इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त की। वहीं सावरियाँ सेठ मंदिर के दर्शन कर रवाना हुए जो उदयपुर स्थित मेवाड़ रियासत के इष्टदेव भगवान को समर्पित एकलिंगजी मंदिर पर पहुंचे। वहां से हल्दी घाटी युद्ध में खमनौर गांव स्थित रक्त तलाई में अकबर और महाराणा प्रताप के तीन सेनापतियों की समाधि के बारे में जानकारी ली। वहां से हल्दी घाटी पहुंचे जहां 18 जून 1576 में मेवाड़ के महाराणा प्रताप और मुगल सम्राट अकबर की सेना के बीच लड़ा गया युद्ध सहित कहीं जानकारी प्रदर्शनी के माध्यम से प्राप्त की। वहां से नाथद्वारा पहुंचे और वहां से राजसमंद जिले में स्थित कुंभलगढ़ किले में पहुंचे और वहां की महान दिवारे व वहां का दृश्य देखा। वहां से परशुराम महादेव, ओम बना के दर्शन करें। वहीं देश के सबसे बड़े किलों में से एक और 410 फीट ऊंची पहाड़ी की चोटी पर स्थित मेहरानगढ़ किले पर पहुंचे और वहां के इतिहास के बारे में जानकारी ली। वहीं मंडोर होते हुए रामदेवरा स्थित बाबा रामदेवजी के दर्शन किए। वहां से पोखरण होते हुए और जैसलमेर होते हुए सैनिकों की देवी तनोट माता मंदिर पहुंचकर वहा के इतिहास के बारे में जानकारी ली और लोंगेवाला पोस्ट पर भारत व पाकिस्तान बॉर्डर पर पहुंचे और वहां पर युद्ध प्रदर्शनी देखी तथा जैसलमेर का प्रसिद्ध किला सोनारगढ़, पतावो कि हवेली देखी और कनवास के लिए रवाना हुए। इस शैक्षणिक भ्रमण के दौरान करीब 70 विद्यार्थी व स्टॉफ मोजूद था।