सांगोद. नागर धाकड़ समाज सांगोद के कोटा मार्ग सांगोद स्थित प्राचीन मंदिर के पुर्नरूद्वार के बाद धरणीधर भगवान की प्रतिमा स्थापना एवं शिव परिवार की प्राण प्रतिष्ठा 26 जनवरी को यज्ञोपवित संस्कार व वैदिक रिती रिवाज अनुसार संपन्न हाेगी। शुक्रवार को यहां लाखों रूपयें की लागत से बनकर तैयार समाज के भव्य धरणीधर भगवान के मंदिर से गाजे बाजे के साथ कलश यात्रा शुरू हुई जो कोटा मार्ग,बहादुर बाजार,गांधी चौराहा से होते हुए कुंदनपुर मार्ग स्थित धाकड़ सामुदायिक भवन पहुंची।इस मौके पर श्रीमद भागवत कथा का नगर भ्रमण करवाया गया,यहां प्रतिदिन 19 जनवरी से 25 जनवरी तक दोपहर 12 बजे से दोपहर 3 बजे तक संगीतमय भागवत कथा का आयोजन होगा।जिसमें पंड़ित रवि गोत्तम कथा का वाचन करेगें।चौरासी नागर धाकड़ समाज के सांगोद स्थित धरणीधर भगवान का प्राचीन मंदिर काेटा मार्ग सांगोद पर स्थित है,ये मंदिर प्राचीन होने से जीर्ण शीर्ण अवस्था में पहुंच गया था,नागर धाकड समाज के लोगों ने मंदिर के कायाकल्प करवाने की कार्ययोजना वर्ष 2018 में बनाई थी,पिछले 5 वर्षो से मंदिर के पुर्नरूद्वार का काम चल रहा था,इसके तहत मंदिर के अर्श से लेकर पर्श तक कई बारिकियों से निर्मित काम कलाकृति के साथ हुआ,इसमें कई कारीगर लगे,अब मंदिर भव्यतम रूप मंे आकार ले चुका है,रंगाई पुताई के बाद मंदिर में धरणीधर भगवान की प्रतिमा की स्थापना व शिव परिवार की प्राण प्रतिष्ठा के सात दिवसीय कार्यक्रम की यहां शुक्रवार को हो गई है,इस सात दिवसीय यज्ञोपवित कार्यक्रम में सांगोद,कनवास सहित बारां व झालावाड़ जिले के कई गांवों से बड़ी संख्या में समाज के लाेग पहुंचेगें।
धरणीधर भगवान प्रतिमा स्थापना एवं शिव परिवार की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए धाकड़ समाज के लोग पिछले कई दिनों से तैयारियों में लगे है।समाज के लोगों ने बताया कि 19 जनवरी को शोभायात्रा के साथ धार्मिक आयोजन की शुरूआत हो गई,प्रतिदिन 25 जनवरी तक कुंदनपुर मार्ग स्थित सामुदायिक भवन में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन होगा,वहीं 26 जनवरी को मंत्रोच्चारण के साथ धरणी भगवान की प्रतिमा की स्थापना व शिव परिवार की प्राण प्रतिष्ठा की जाएंगी।इस कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए इसमें कोटा,बारां,झालावाड़ के नागर धाकड़ समाज के लोगों आमंत्रित किया गया है।